Tuesday 26 February 2019

24-02-2019 श्रीदामु तुम्हारी याद साथ रही आँखों मे नींद नही आयी तुम्हारी सूरत दिखती रही, मन बड़ा भारी भारी कुछ भी अच्छा नही लग रहा हैं , कमरा खाली , रसोई खाली तुम्हारी दूध की कटोरी और बिस्कुट  तुम्हे याद कर रहे है कही से आ जाओ ना सब सूना पड़ा तुम्हारा बॉक्स तुम्हारा कम्बल तुम्हारी तकिया सब बुला रही हैं तुम्हे, चलो साथ में धुप खाने चलते हैं, चलो घूमने चलते हैं श्रीदामु गाडी ख़ाली हैं तुम्हारे लिए मम्मी रो रही हैं उनकी गोद भी खाली पड़ी हैं फूलो जैसे नरम नरम पाँव वाला प्यारी सी सूरत वाला बात बात पे रुठनेवाला मेरा श्रीदामु कहा खो गया हैं,  भैया भी अपने कमरे में सोने नही गया तू जो नही था तुझे goodnight कहे बिना किसी को नींद नही आ रही है , तुम आ जाओ बस काश भगवान् के पास जाके तुम्हे वापिस ला सकते तो छीन लाते, इतनी गहरी नींद आयी है तुम्हे good good wala good morning shreedamu bhaiya ji uth uth jaao bhaiya dekho subah ho gyi 😢😢 तुम्हारे बिना ये पहली सुबह हैं, और अब रात दूसरी हैं कल तुम सोये ही नही आज में गुडमार्निंग नही बोल पायी , कल goodnight किये बिना ही चले गए तुम  कैसे  goodnight khte the hum log goodnight goodnight goodnight shreedamu raat ho gyi so jaa bacche , रात इतनी लंबी हो जायेगी सोचा नही था जाग जाओ बाबु ,श्रीदामु आ जाओ श्रीदामु श्रीदामु तेरा प्यारा प्यारा मुँह आ जा प्यारे श्रीदामु😢😢😢😢😢😢😢 मन बहुत उदास हैं तुम्हारे जाने के बाद लग रहा हैं  हम तुम्हारे लिए ही जी रहे थे क्या या तुम्हारे प्यार से बंधे थे आज वो बंधन याद रह हैं श्रीदामु तु हमे बहुत  सता रहा हैं, आ जा ना टेढे मेढ़े कूदता फाड़ता सब से लड़ा के आ जा न वापिस miss u shreedamu क्या करूँ कुछ समझ नही आ रहा काश मेरे श्रीदामु तुम्हे वापिस ला सकते फिर से प्यार करते और तुम्हारा प्यार पा सकते नही पता हमे तुम कहाँ खो गए कभी न जागनेवाली नींद में क्यों सो गए हो पर बस इतनी विनती हैं मेरी भगवान् से मेरे श्रीदामु को प्यार से रखना जहां रखना उसे ढेर सारी खुशियाँ मिलनी चाहिए, घूमने को गाडी जरूर देना उसे भगवान् उसको राजा बना के रखना वो कोई राजा ही था सबके दिलो पे राज करता रहा आज खाली कर गया हम सबको .....................

आज चार दिन हो गए श्रीदामु पर घर आज भी वीरान हैं सूनापन आज भी वही है ,मन अभी भी भारी भारी हैं , तेरी याद अब तलक जारी है , श्रीदामु तेरी गाडी   ढ़की आज पर तू देखने नही आया बैठने की जिद्द भी नही की तूने न घूमने के लिए दौड़ के मम्मी को मनाया अच्छा नही लगा तेरा यूँ रूठ जाना हम सब को यूँ तनहा छोड़ जाना रसोई का वो कोना आज भी खाली हैं आज भी ऐसा लगता है कि तू आएगा फिर से अपने नन्हे नन्हे पाँव को दूध की कटोरी मे डाल के मुझ पे छीटे डालेगा, तुझे चिढ़ाने पे अपने दांत मेरे हाथों में चुभोएगा, पर नही तू चला गया और जानेवाले वापिस नही आया करते सिर्फ सताती है उनकी यादें और तू यूँ जो अचानक चला गया कभी न कभी कही न कही इस जनम न सही अगले जन्म ही तू मिला तो बहुत लड़ाई होगी तुमसे

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