बहुत दिन बीते मेरी खुद से कोई ना बात हुई,
मिलते है बाहरी दुनिया से खुद से पर मुलाकात ना हुई,
कई बार उमडे मन के बादल पर बरसात ना हुई,
आँखों मे नमी भी रही , भावनाओं मे ख़ुशी भी रही पर इनकी रहमत हमारे साथ ना हुई......................
Post a Comment
No comments:
Post a Comment