भरोसा
भ- भावनाओ का
रो-रोष रहित
सा-साथ
विश्वास
वि-विशेष
श्वा-साँसों का
स- संकलन
दोनों का स्थान गर एक बार डगमगाया तो जिंदगी बोझ और साँसे घुटन बन के रह जाती है
अंजलि
भ- भावनाओ का
रो-रोष रहित
सा-साथ
विश्वास
वि-विशेष
श्वा-साँसों का
स- संकलन
दोनों का स्थान गर एक बार डगमगाया तो जिंदगी बोझ और साँसे घुटन बन के रह जाती है
अंजलि
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