Tuesday 23 July 2024
हकीकत
Thursday 25 April 2024
बनावट दर्द की
मिलावट की दुनिया मे हम सोने जैसा दिल ढूंढना चाहते है,चांदी सी चमक सा प्यार पाना चाहते है,
ना सोना सच्चा ना चांदी असली इस बनावटी दुनिया मे लोगो पे यकीन करके बस कुछ और नही धोखा पाना चाहते है,
वक्त से जल्दी बदलते लोगो को अपना वक्त देकर हम बस इस तिलिस्मी दुनिया मे खो जाना चाहते है...................
Tuesday 23 April 2024
ख्वाईश
जिंदगी इतनी बड़ी क्यों है क्यों ना मौत आती है,
जिंदा रहते हुए मरने से क्यों ना मुक्ति दिलाती है,
ख्वाईश नही है कोई अब ऐसे जीने की,
मजबूरी बन गई बस सांसे लेने की......
Sunday 21 April 2024
जन्मदिन
लोग देते है इस दिन ढेर सारी शुभकामनाएं पर मेरे पास देने को आंसू के सिवा कुछ ना होता ,होता होगा लोगो के लिए ये खास खुशियों का दिन इस दिन से ज्यादा उदास पूरी साल में कोई दिन नही होता, हंसना तो क्या इस दिन तो झूटी मुस्कान भी नही आती है, कुछ सालो से भूल गई थी इस दिन को आज फिर सब पहले जैसा है , यही नियति है मेरी और बस यही मेरी हाथों की रेखा है ...........
हक
Saturday 30 December 2023
Saturday 4 November 2023
Tuesday 31 October 2023
रिश्ते या सपने
भरम मत पालिये की इस दुनिया मे लोग आपके अपने है,
बस चंद मीठे, चंद कड़वे अनुभव आपके अपने है,
बाकी तो सब सोती नींद मे देखे हुए सपने है ............
नींद टूटी तो सपना ख़तम....
Always stay alone
खुद ही गिरना है ,
खुद ही सम्भलना है,
रास्ते पथरीले हो या रेतीले,
जीवन मे बस अकेले ही चलना है,
होते होंगी दुनिया के साथ अपनों की भीड़
यहाँ अपनों से ठगे बैठे है खुद ही उबरना है,
हाथों की लकीरें कुछ ऐसी है हाथ मे,
करो सबका पर कोई ना होगा साथ मे,
हाथों को थामने को दूसरा हाथ सिर्फ अपना है,
खुद ही गिरना है ,
खुद ही सम्भलना है,
जीवन मे बस अकेले ही चलना है ........................
Monday 30 October 2023
आपके होने या ना होने से जब किसी को कोई फर्क नही पड़ता तो आप शायद घर मे पड़े उस खिलोने से है जिन्हे वक़्त होने या मन होने पे खेल के छोड़ दिया जाता है, या उस जानवर की तरह जिन्हे पुचकार बुलाया जाता है जब खुद का टाइम पास करना हो उसके बाद भगा दिया जाता है , क्या ये जीवन आप उन लोगो के हिस्से मे देना चाहेंगे जिनके लिए आप सिर्फ एकनाम है आपकी भावनाये, संवेदनाये सिर्फ उनको समझने के लिए हो पर आप खुद इस उम्मीद से परे रहे कि आपके मन को भूल कर भी कोई समझेगा ,नही समझेगा तो क्यू ही समझाना क्यों बेवजह लोगो के जीवन मे खुद की उपस्थिति दरसाना जब आप हीं उनके लिए महत्वहीन है तो आप की भावनाये तो मायने क्या हीं रखेंगी, कभी कभी हम लोगो को खुद से ज्यादा मान बैठते है भूल जाते है खुद को भी ,पर दुसरो का तो वजूद है उनका अपना जीवन उनके मुताबिक है हमारे नही शायद हम ये भी भूल जाते है कि हम तो कोई नही कुछ भी नही पता नही किस बेनाम रिश्ते को नाम दिये जा रहे है ,पता नही क्या निभा रहे है, हम तो अजनबी है उस शख्श के लिए फिर किसको अपना बता रहे है,मन की मनोदशा कभी कभी विचारो के प्रहार से उद्दीगन हो जाती है मन टूट चुका होता है उन बातों से जिनके कसूररवार आप ठहरा दिये जाते हो ,शायद जीना नही आता मुझे या ये मान पाना कि कौन अपना और कौन पराया ,हम तो सिर्फ मानने से ही उस रिश्ते को निभाते जिसका कोई वजूद ही नही ना दुनिया मे ना उस व्यक्ति के लिए जिसको आप मानते हो .अपनी भावनाये शायद मेरी पहुँच से बाहर है लोग आपको हजार गलतियां बता के आपको बदलने की कोशिश करते है पर सिर्फ तब तक जब तक आप उनके मुताबिक ना हो उसके बाद वो ही बदल जाते ,कभी कभी अकेलापन शायद एक रोग बन जाता है तो हम अपने मन की लोगो से कह देते है बिना सोचे समझे की वो बातें उनके लिए महत्वहीन है शून्य है उनका अस्तित्व फिर क्यू किसी के लिए खुद को कटपुतली बनाना ,जब आपका वजूद ही ना हो .............
बोझ
आप जब लोगो पे बोझ बनने लगते है ,
आपकी मजूदगी से वो अखरने लगते है,
शायद रिश्ते जरूरत से ज्यादा कुछ भी नही,
जरूरते ख़तम होने पे रिश्ते भी समिटने लगते है,
Wednesday 20 September 2023
शून्य
संदेह और प्रेम दोनो एक साथ नही रह सकते,
पर सच और झूठ रह सकते है ,
झूठ को सच का नकाब पहना के दूसरो को बेवकूफ बनाना कौनसा मुश्किल काम है ,
ये आसान भी इसीलिए है क्यूंकि आप यकीन करके खुद ही खुद को बेवकूफ बना रहे होते है ,
Wednesday 30 August 2023
कांच
कांच के चमचमाते से टुकड़े हीरे नही बन सकते,
ठीक वैसे ही जैसे दूसरो के लिए बनाई हुई बातें खुद पे लागू नहीं कर सकते,
बड़ी ही अच्छी लगती है कुछ बातें पर सिर्फ बातों में ही क्योंकि वो होती भी सिर्फ बातें ही है,
जब वही बातें उसी इंसान पे परखने लगो तो चुभने लगती है,
सच्चाई तब तक सच्ची लगती है जब तक दूसरी तरफ से छिपी रहे और एकतरफा हो,
खुद पे बात आती है तो सच्चाई के मायने ही बदल जाते है...........
Monday 28 August 2023
मन के पंख
Friday 30 June 2023
समर्पण और प्रेम
प्रेम में समर्पण का महत्व तो सभी बताते है ,
पर क्या खुद को उस समर्पण में ढाल पाते है,
जितना आप लोगो के लिए खुद को मिटाते जाओगे,
दूसरा आपको उतना ही आजमाता जाएगा,
आप मिट भी जाओगे तो मजाक ही बनाए जाओगे,
वक्त के साथ लोग बदल जायेंगे और आप सिर्फ एक तमाशा बन के रह जाएंगे,
Saturday 17 June 2023
पूर्ण सत्य
जिंदगी के सिरे ढूंढिए वक्त तो फिसल रहा है,
धीरे धीरे ही सही जिंदगी जा रही है मौत के करीब,
समेटिए खुद को दूसरों का आसरा छोड़िए,
सच सिर्फ इतना ही है हर एक रिश्ता किसी वजह और जरूरत से ही जुड़ा होता है,
मौत आने तक सब अपने ही लगते है मौत के बाद इंसान अकेले ही लकड़ी की चिता पे पड़ा होता है,
राख बन जाने तक रुकने वाले भी सोचते है समय खराब हो रहा है,
वो अंतिम संस्कार तेहरवी तक चलने वाले क्रियाकर्म को भी ढोंग और ढकोसला बताता है,
अरे जाने वाला गया अब भला कौन किसको याद आता है,
जिंदा रहते ही कहा याद करते है लोग हाल चाल पूछ के कोई एक आद ही औपचारिकता निभाता है,
रिश्ते और रिश्ते , रिश्तों के बाजार में रिश्तो की लेन देन में, रिश्तों के बोझ को निभाने वाला ही निभा पाता है ,
खैर छोड़िए जिंदगी है तब तक जिए खुद से खुद तक कोई याद करे तो ठीक कोई साथ चले तो ठीक ना भी चले तो भी ठीक ,कोई अपना माने तो ठीक ना भी माने तो भी ठीक ,दोस्त माने तो ठीक दुश्मन माने तो भी ठीक ,राम राम कहे और मस्त रहे दुनिया में कोई किसी का है ही नही इस यथार्थ के साथ जीवन का सफर तय कर मौत के अंतिम पडाव तक ...............................................................
Monday 5 June 2023
भरम
सब के पास चंद अपने है ,
मेरे पास भरम है,
हाथो की लकीरों में खोट है
या मैं ही गलत हूं रिश्ते निभाने में,
लोग सिर्फ आजमाते है मुझे अपनाते नही है,
लोगो को अपना समझने से वो अपने बन जाते नही है,..............
रेत के रिश्ते
सबको अपना मान के जो हम चल रहे है,
हमेशा से गलत हम ही है जो अपनो को अपना समझ रहे है,
कोई क्यू समझे हमे सही हम तो उनमें से है जो सबको अखर रहे है,
हाथो में रेत ही रेत है हम और भर रहे है........................